भारत में महिला क्रिकेट को पसंद किया जाने लगा है। तो भारत के कई लोगोंके मन में ये उत्सुकता होगी की सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला खिलाड़ी कौन है? लोंगोंके मन में उसके बारे में बहोत सरे सवाल होंगे। इसलिए हमने इस आर्टिकल में उस महिला क्रिकेटर के बारे में पूरी जानकारी दी है। उस महिला क्रिकेटर ने अपने परिश्रम से बल्लेबाजी पर महारत हासिल की और क्रिकेट की दुनिया में अपना और भारत का नाम रोशन किया।

सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला खिलाड़ी

सबसे श्रेष्ठ महिला क्रिकेट खिलाड़ियों में जिसका नाम लिया जाता है और वनडे मैच में जो सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला खिलाडी है, उस महिला खिलाडी का नाम ‘मिताली राज’ है।

भारत की महिला क्रिकेट कॅप्टन ‘मिताली राज’ ने 206 मुकाबले खेले है जिसमे उसने कुल 7663 रन बनाये है, जिसमे 7 शतक और 62 अर्धशतक शामिल है। सबसे ज्यादा बार कप्तान बनने के मामले में आस्ट्रेलिया की पूर्व कप्तान बेलिंडा क्लार्क का रिकॉर्ड तोड़ कर मिताली ने महिला क्रिकेट विश्व कप में सबसे ज्यादा बार कप्तान बनाने का रिकॉर्ड बनाया है।

जीवन परिचय /विकी

नाम मिताली राज
जन्मदिन3 दिसम्बर 1982
जन्मस्थानजोधपुर, राजस्थान, भारत
बल्लेबाजी की शैलीदाहिने हाथ से
गेंदबाजी की शैलीदाहिने हाथ से लेग ब्रेक
माँ का नामलीला राज
पिता का नामधीरज राज
टेस्ट में पदार्पण14 जनवरी 2002 बनाम इंग्लैण्ड
अंतिम टेस्ट३ अक्टूबर 2021, भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया
एकदिवसीय क्रिकेट पदार्पण26 जून 1999 बनाम आयरलैंड
अंतिम एकदिवसीय क्रिकेट२७ मार्च 2022, भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका
नागरिकता भारतीय

भारत की महिला बल्लेबाज मिताली राज ने २६ जून १९९९ को क्रिकेट में पदार्पण किया और अपने मेहनत से वो मुकाम हासिल किया, जो मुकाम हासिल करना हर किसी की बात नहीं। मिताली राज ने २३ साल तक भारत देश के लिए क्रिकेट खेला और महिला क्रिकेट की दुनिया में ऐसे रिकार्ड्स बनाये,जिनको तोडना किसी के लिए आसान नहीं होगा।

मिताली राज का जन्म ‘धीरज राज’ के घर 3 दिसम्बर १९८२ को जोधपुर, राजस्थान में हुआ था। उनकी माँ लीला राज एक अधिकारी के तौर पर काम करती थी। उनके पिता धीरज राज पहले भारत देश की वायुसेना में अपनी सेवा दे चुके है और बाद में वो बैंक में काम करने लगे। उनके पिता को भी क्रिकेट से लगाव है और वो एक क्रिकेटर रह चुके है। उन्होंने मिताली को क्रिकेट खेलने के लिए हमेशा प्रोत्साहन देने का काम किया।

मिताली के परिवार ने मिताली के क्रिकेट करियर के लिए बोहोत सारे कष्ट सही है। उन्होंने अपनी जरूरतों को काम किया ताकि वो मिताली को करियर में आगे बढ़ने में मदद हो सके। कुछ ऑनलाइन सोर्सेज के अनुसार उनकी माँ ने अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी ताकि वो मिताली का ध्यान रख सके।

मिताली ने ‘भरतनाट्यम’ भी सीखा है। पर जब वो क्रिकेट खेलने लगी तो क्रिकेट और ‘भरतनाट्यम’ को समय नहीं पाती थी, तो उनके शिक्षक ने सलाह दी की तुम दोनों में से एक चुनो, तब मिताली ने क्रिकेट को चुना। जब मिताली अपने भाई के क्रिकेट कोचिंग में अभ्यास करती थी तब क्रिकेटर ज्योति प्रसाद ने देखा और उनके घर बताया की ये एक अच्छी क्रिकेटर बन सकती है। परिवार के प्रोत्साहन के बाद मिताली ने क्रिकेट को करियर चुनने का निर्णय किया।

करियर

पुरुष क्रिकेट में जिसतरह का स्थान ‘सचिन तेंदुलकर’ का है उस तरह महिला क्रिकेट में ‘मिताली राज’ का है। आपको बता दे की मितली ने २०१७ के महिला विश्व कप में लगातार सात अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड बनाया था। दुनिया की वो पहली महिला क्रिकेटर है जिसने ये कारनामा करके दिखाया है।

उन्होंने २००५ और २०१७ के महिला क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में भारत का नेतृत्व किया था। २० साल से ज्यादा समय तक क्रिकेट खेलने वाली दुनिया की पहली महिला क्रिकेटर है। भारत में खेल में अभूतपूर्व योगदान देने पर २००३ में मिताली को ‘अर्जुन’ अवार्ड मिला था। मिताली को ‘पद्मश्री’ अवार्ड से और २०२१ में ‘खेल रत्न’ अवार्ड से सम्मानित किया गया है। इसके आलावा २०१७ में मिताली को ‘Wisden Leading Woman Cricketer in the World’ अवार्ड दिया गया है।

बचपन से ही मिताली को क्रिकेट पसंद था। सबसे पहले मिताली ने क्रिकेट खेलने की शुरुवात रेलवे की आयोजन की हुयी क्रिकेट मैच से की थी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बात करे तो उसकी शुरुवात मिताली ने १९९९ में की थी। ये मैच भारत बनाम आयरलैंड था। इस डेब्यू मैच में उसने शतकीय पारी खेली थी।

तब से ले कर आजतक मिताली राज ने इतने रन बनाये की उसे भारत की रन मशीन के नाम से जाना जाता है। मिताली राज ने कहा था, जब मैंने क्रिकेट खेलने की शुरुवात की थी, तब जितनी रन बनाने की भूक थी, आज भी उतनी ही भूक है। अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में मिताली राज भारत की पहली क्रिकेटर है जिसने १० हजार से ज्यादा रन बनाये है। इसके अलावा वो दुनिया में (पुरुष और महिला) दोनों में ५ एकदिवसीय सामनोमे ५० से ज्यादा रन बनाने वाली पहली बल्लेबाज बनी है।

भारत की रन मशीन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पारी खेलते हुए , पहले एकदिवसीय मैच में अपने करियर के २० हजार रन किये और ऐसा करने वाली वो दुनिया की पहली महिला बल्लेबाज बनी। जब वो इंग्लैंड के खिलाफ भारत का नेतृत्व कर रही थी, उस समय सबसे ज्यादा क्रिकेट मैच जितने वाली महिला कप्तान का रिकॉर्ड बेलिंडा क्लार्क के नाम था। उसने ८३ मैच में जित हासिल की थी। ७२ बार जीतकर कार्लोट एडवर्ड्स दूसरे स्थान पर थी। उस मैच में मिताली ने भारत को जित दिलाकर अपनी ८४वी जित हासिल की और दुनिया की सबसे ज्यादा मैच जितने वाली महिला कप्तान बन गयी।

भारत ही नहीं पूरी दुनिया में मिताली राज ही है जिसने टेस्ट मैच के दौरान दोहरा शतक बनाया है। २००२ में, इंग्लैंड के खिलाफ मिताली ने शानदार प्रदर्शन करते हुए २१४ रनो की पारी खेली थी। मिताली ने अपने करियर के दौरान ६ वर्ल्ड कप खेले है। ऐसा करने वाली वो पहली महिला क्रिकेटर बनी है। पुरुष क्रिकेट में ये रिकॉर्ड क्रिकेट के भगवान मने जाने वाले ‘सचिन तेंडुलकर’ के पास है।

२०१७ में मितली पहली ऐसी महिला क्रिकेटर बानी जिसने २०१७ के क्रिकेट विश्व कप में लगातार सात अर्धशतक लगाए। मितली ने अपने एकदिवसीय क्रिकेट खेल की शुरुवात २६ जून १९९९ को की थी और आखरी खेल उन्होंने २७ मार्च २०२२ को खेला था। १४ जनवरी २००२ को मिताली ने टेस्ट मैच में डेब्यू किया था और आखरी टेस्ट मैच उन्होंने ३ अक्टूबर २०२१ को खेला है।

मिताली के रिकॉर्डस और उपलब्धिया

Disclaimer: इस लेख में भारत की सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला खिलाड़ी के बारे में बताया गया है। इस वेबसाइट पर और इस लेख में दी गयी जानकारी ऑनलाइन और ऑफलाइन स्रोतोंसे ली गयी है। हम इसकी गॅरंटी नहीं देते की ये जानकारी १०० % सही है। अगर आपको इस लेख में दी गयी जानकारी के सम्बंधित कोई समस्या है तो आप हमें ईमेल के जरिये अपनी समस्या बताये। हम जितनी जल्दी हो सके लेख में बदलाव करने की कोशिश करेंगे।

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